अस्थमा आपके जान पहचान में भी किसी न किसी को हुआ होगा और इसमें भी कभी न कभी दिक्कत आयी होगी हम अपने Asthma Kya Hai – Asthma Ka Gharelu Upay or Upchar Kya Hain – Hindi – Jaane.in में जानेंगे.
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Asthma Kya Hai ?
अस्थमा एक जटिल बीमारी है, जिसका समय पर इलाज नही किया गया तो जान जाने का खतरा होता है इसका इलाज कार्बन बहुत जरूरी होता है.

इस बीमारी में फेफड़ो तक सास पहुचने वाली नालिया सिकुड़ जाती है जो इस बीमारी का सीकार होता है उसको अस्थमेटिक कहते है जिस को भी यह रोग होता है उसके स्वासपथ में सुजन आ जाती है इस बीमारी में हवा सही से नही जा पाती है जिससे सास लेने में परेसानी होती है.
Asthma Ke Desi ilaj Kya Hain ?
अस्थ्मा का देसी इलाज पीपल के पतों को तोड़कर छाव में सुखा ले और सूखे पतों को जलाकर उसकी राख को छान ले, इसको 2 या 3 महीने तक दिन में 2 से 3 बार करे, रोगे व्यक्ती को जल्दी आराम मिलेगा. तुलसी के पते पानी में पीस कर उसमे सहद मिलाकर खाने से दमे के रोग में बहुत लाभ मिलता है अस्थमा के रोगी को सहद बहुत हे फायदा करती है इसका उपयोग सबसे जायदा करना चाहिए.
Asthma Ka Gharelu ilaj Kya Hain ?
अस्थमा के घरेलु उपचार निम्न हैं-
जब किसी व्यक्ति को सास लेने में या स्वास नली में कोई परेसानी होने पर इसे की बीमारी या अस्थमा कहते है.
असथ्मा के मरीज को अपने खाने पीने का बहुत ध्यान रखना चाहिये और जल्दी पचने वाला भोजन खाना चाहिए.
अस्थमा की बीमारी होने पर लहसन ,मेथी , टिंडे और अदरक का सबसे अधिक सेवन करना चाहिए.
मोटे पीसी हुए आटे की रोटी और दलिया को खाना चाहिए.
गुनगुने पानी का सेवन मरीज को अवश्य करना चाहिए.
अस्थ्मे के रोगी को अधिक मेहनत का काम करने से उसे सास लेने में परेसानी होने लगती है. जिस कारण उसकी जान जाने का खतरा बना रहता है.
Asthma Ke Marij Ko Kya Nahi Khana Chahiye ?
अस्थमा के बीमारी होने पर रोगी को अपने खानपान का बहुत ज्यादा ध्यान रखना चाहिए.
इनको खाने के रूप में लेने से सरीर में अस्थमा का अटेक हो सकता है और अस्पताल भी ले जाना पढ़ सकता है मरीज को.
दमे के बीमारी फ़ास्ट फ़ूड और जंक फ़ूड का सेवन नही करना चाहिए.
मरीज के खाने में पनीर और मशरुम का उपयोग नही करना चाहिए.
अस्थमा बहुत बड़ी समस्या है इसमें अधिक नमक नही खाना चाहिए.
मछली खाने से भी अस्थमा होने का डर लगा रहता है.
सराब और बीयर पीने से भी दमे की बीमारी होने का डर लगा रहता है.
अस्थमा के रोगी को अपने भोजन में अंडा , मछली , ट्री नट्स ,गाय का दूध ,मूंगफली आदि को भोजन में शामिल नही करना चाहिए.
Asthma Ke Marij Ko Uchai Par Kyu Nahi Jana Chahiye ?
अस्थमा के मरीज को अपना बहुत धयान रखना पड़ता है उसे कोई भी भारी कम नही करना चाहिए जिस के कारण उसको सास लेने में परेसानी होने लगती है और उसकी सास बहुत तेज गती से चलने लगती है और उसका दाम भी फूलने लगता है ऊचें जगहों पर जाने पर वायु कम होने लगती है और उसे घबराहट होने लगती है, और अटेक आने का डर लगा रहता है.
Asthma Ka Gharelu Upay or Upchar Kya Hain ?
अस्थमा के इलाज के घरेलु नुस्खे कई तरह के हो सकते है इन नुस्खो के द्वारा कई प्रकार की तकलीफों को दूर किया जा सकता है
घरेलु नुस्खे बहुत ही लाभदायक होते है लहसन दमे के बीमारी में बहुत फायदेमंद है इसे दूध में उबालकर पीने से, और अदरक वाली चाय में लेस लहसन का इस्तेमाल करने से लाभ मिलता है.
पानी में 4 या 5 लॉन्ग को पीसकर इसे 5 मिनिट तक उबाल कर इसमें थोड़ी मात्रा सहद मिलाकर पीने से मरीज को लाभ मिलता है.
किसी किसी रोगी को सास लेने में झटके आने लगते इस के लिये हमें रोगी को 1 चमच हल्दी और एक चमच सहद को मिलाकर चाटने में बहुत लाभ मिलता है.
अस्थमा रोग में गर्म कॉफ़ी बहुत हे फायदेमंद होती है.
छाती और कमर की सरसों तेल में कपूर डालकर रोजाना इस तरह मालिश करना चाहिए मालिस करने से दमे के व्यक्ती को बहुत जल्दी आराम मिलता है.
हल्दी वाला दूध भे बहुत फायदेमंद होता है.
अस्थमा के रोग में इलायची बहुत ही लाभदायक है.
इलायची और शहद के चूरन को खाने से भी बहुत लाभ मिलता है और खाशी और दमा दूर होता है.
अस्थमा के रोगी को खुली हवा में घूमना चाहिए.
अस्थमा के रोगी को अपनी भूख से कम और सूरज डलने ऐ पहले भोजन कर लेना चाहिए.
Asthma Ka Ayurvedik Upchar or ilaj Kya Hai ?
अस्थमा के आयुर्वेदिक उपचार और इलाज निम्न हैं.
आयुर्वेदिक दवाओ से इलाज करने का सबसे बड़ा फायदा यह है की इसके कोई भी साइड इफ़ेक्ट नही होते है और बीमारी का जड़ से खात्मा हो जाता है.
एक चमच सहद में अवाले का चूरन दोनों को एक कप में लेकर ठीक से मिला ले, इसके सेवन से अस्थमा में बहुत जल्दी हे लाभ मिल जाता है.
गाजर का जूस और पालक का जूस दोनों को मिलाकर पीने से भी अस्थमा में आराम मिल जाता है.
अस्थमा की बीमारी होने पर लहसन ,मेथी , टिंडे और अदरक का सबसे अधिक सेवन करना चाहिए|पानी में 4 या 5 लॉन्ग को पीसकर इसे 5 मिनिट तक उबाल कर इसमें थोड़ी मात्रा सहद मिलाकर पीने से मरीज को लाभ मिलता है.
पानी में 4 या 5 लॉन्ग को पीसकर इसे 5 मिनिट तक उबाल कर इसमें थोड़ी मात्रा सहद मिलाकर पीने से मरीज को लाभ मिलता है.
अस्थमा के रोग में इलायची बहुत ही लाभदायक है.
इलायची और शहद के चूरन को खाने से भी बहुत लाभ मिलता है और खाशी और दमा दूर होता है.
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