देश में कई प्रकार की जातियां एवं जनजातियाँ पाई जाती है लेकिन आज हम इस पोस्ट में जनजाति समाज के बारे में जानेंगे और जानेंगे की जनजाति समाज की प्रमुख विशेषताएं क्या है . जनजातियां क्या है ? हमारे देश में कई जातियों तथा धर्मों के लोग निवास करते हैं इनमें से कुछ बनाना चलो […]
History
मौर्य साम्राज्य – बिन्दूसार – सम्राट अशोक एवं उसका हृदय परिवर्तन – मौर्यकालीहन समाज – मौर्य साम्राज्य का पतन
मौर्य साम्राज्य मौर्य साम्राज्य का उदय कैसे हुआ ? मौर्य काल के राजनैतिक, आर्थिक एवं सामाजिक जीवन की विशेषताएँ क्या थी ? मौर्यकालीन कला, संस्कृति तथा साहित्य की विशेषताएँ क्या थी ? पिछले व्लोग में आपने जनपद, महाजनपद और मगध साम्राज्य के उत्कर्ष के बारे में पढ़ा है । आप यह भी जानते हैं कि […]
जनपदों और महाजनपदों का युग ( 600 ई.पू. से 400 ई.पू. )
जनपदों और महाजनपदों का युग ( 600 ई.पू. से 400 ई.पू. ) जनपद एवं महाजनपद से क्या आशय है ! मगध सम्राज्य की स्थापना कैसे हुई थी ! मगध साम्राज्य की आर्थिक, राजनैतिक, सामाजिक एवं धार्मिक परिस्थितियाँ कैसी थीं ! महावीर स्वामी और गौतम बुद्ध की मुख्य शिक्षाएँ क्या हैं ! […]
वैदिक संस्कृति – सामाजिक जीवन – आर्थिक जीवन – धर्म और दर्शन
वैदिक संस्कृति वैदिक संस्कृति क्या है ? आर्यों का जीवन कैसा था ? वैदिककाल में सामाजिक व आर्थिक जीवन कैसा था ? वेद भारत के प्राचीन ग्रंथ हैं ! वेद, उपनिषद, ब्राह्मण, अरण्यक आदि को वैदिक साहित्य कहते हैं ! वेद का अर्थ है ज्ञान अथवा पवित्र आध्यात्मिक ज्ञान ! विद्वान लोग वैदिक काल और […]
हड़प्पा सभ्यता – घाटी सभ्यता – मानव सभ्यता – सिन्धु घाटी सभ्यता की खोज
हड़प्पा सभ्यता प्राचीन सभ्यताएँ नदियों के किनारे क्यों विकसित हुई थीं ? सिन्धुघाटी सभ्यता/हड़प्पा सभ्यता क्या थी ? हड़प्पा सभ्यता के पतन के क्या कारण थे ? आदि मानव हमेशा वहीं बसता था, जहाँ उसे पीने के लिए स्वच्छ जल, खाने के लिए भरपूर भोजन और निवास के लिए सुरक्षित स्थान आसानी से उपलब्ध थे […]
आदिमानव – पुरा पाषाण काल – मध्य पाषाण काल – नव पाषाण अथवा उत्तर पाषाण काल – पहिए की खोज – पशुपालन एवं कृषि – आग की खोज
आदिमानव मानव का क्रमिक विकास किस प्रकार हुआ है ? आदिमानव का खानपान व रहन-सहन कैसा था ? आधुनिक खोजों से ज्ञात हुआ है कि लाखों वर्ष पूर्व इस पृथ्वी पर मानव का जन्म हुआ था ! पहले मनुष्य चार पैरों पर चलता था और जंगलों में रहता था ! वह पेड़ों की जड़ें, पत्तियाँ, […]