नवरात्रों में छठवे दिन माँ दुर्गा के किस स्वरुप की पूजन की जाती है ? आपको माँ कात्यायनी के स्वरुप के बारे में जानकारी के लिए आज हमने इस पोस्ट में लिखा है तो आइये पड़ते हैं- Durga Puja Ka Chhathva Din – Maa Katyayni ka Mehatva – Maa Katyayni Roop Kyu Vyakhyat Hua
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Durga Puja Ka Chhathve Din Kon Si Mata Ka Hota Hai ?
नव रात्रि के छठवे दिन माँ कात्यायनी की पूजा अर्चना की जाती है माँ कात्यायनी का रूप बड़ा ही भव्य स्वरुप है, माँ कात्यायनी की पूजन नवरात्री के छठवे दिन के स्वरुप में माँ ने अपने बाएँ तरफ की भुजा में तलवार और बाएँ तरफ की दूसरी भुजा में कमल का पुष्प थाम रखा है और माँ ने दाहिनी तरफ की ऊपरी भुजा में अभय मुद्रा और दाहिनी नीचे की पूजा में वरमुद्रा को पकड़ रखा है माँ कात्यायनी सिंह पर सवारी करतीं हैं.

Durga Puja Ke Chhathve Din Me DeviKatyayni Mata Ka Mehatva Kya Hai ?
नव रात्रि के छठवे दिन माँ कात्यायनी की पूजा अर्चना करने से माँ कात्यायनी के बारे में बताया जाता है की माँ की पूजन करने से माँ प्रसन्न होकर भक्तों की मनोकामनाए पूरी करतीं हैं और माँ की पूजन जब कन्यायें करतीं है और माँ कात्यायनी की पूजन करने से अच्छा वर मिलता है.
DeviKatyayni Durga Roop Ki Pujan Vidhi Kya Hai ?
देवी कात्यानी के दुर्गा रूप में पूजन की विधि के अंतर्गत नवरात्रि के छठे दिन सुबह स्नान कर लाल्या पीले वस्त्रों को धारण करना चाहिए इसके पश्चात सबसे पहले घर में पूजा वाले स्थान पर जहां माता रानी का मंदिर हो वहां देवी कात्यानी की प्रतिमा या उनके चित्र को स्थापित कर गंगाजल से शुद्धिकरण करना चाहिए.
इसके पश्चात मां की प्रतिमा के समक्ष दीपक जलाकर वंदना करनी चाहिए हाथ में फूल लेकर मां की चरणों में अर्पण करना चाहिए साथ ही मां को पीले फूलों से काफी लगाव होता है इसलिए कोशिश करें कि मां कात्यानी को पीले फूल चढ़ाएं और साथ ही कच्ची हल्दी की कुछ गांठ जरुर चढ़ाएं मां कात्यानी को शहद अर्पित करें इसके पश्चात धूप व दीप बत्ती लगाकर मां की आरती उतारे और इसके पश्चात प्रसाद वितरण करके स्वयं ग्रहण करें.
DeviKatyayni Durga Roop Kyu Vyakhyat Hua ?
चित्र के नवरात्रों मैं नवदुर्गा मैं छठा दिन मां कात्यायनी का माना जाता है मां कात्यायनी की छठवीं दिन पूजा अर्चना करने से हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार किसी भी व्यक्ति की शादी में आने वाली बाधाओं को दूर कर देती है मां कात्यायनी,
ऐसा कहा जाता है और साथ ही भगवान बृहस्पति सभी बाधाओं को दूर कर देते हैं और मां कात्यायनी की पूजा अर्चना करने से भगवान बृहस्पति प्रसन्न हो जाते हैं यह भी कहा जाता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनी रहती है.
Durga Puja Me Chhathve Din Vrat Rakhne Se Kya Fal Milta hai ?
दुर्गा रूप में छठ के दिन मां कात्यायनी के दिन की पूजा अर्चना की जाती है छठ के दिन मां कात्यायनी का उपवास रखने से वैवाहिक जीवन में उन्नति मिलती है सुख शांति बनी रहती है और साथ ही ऐसा भी मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि मां कात्यायनी की उपासना से रोग, शोक, भय और संताप नष्ट हो जाते हैं तथा मनुष्य के जीवन में सुख और समृद्धि आती है.
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