हिचकी तो आपको भी कभी न कभी आयीं ही होगीं और आपको भी हिचकियो के कारण कभी न कभी परेशानी का सामना करना ही पड़ा होगा तो आज हम अपने इस पोस्ट में Hichki Kyu Aati Hain – Hichkiyo Ke Ayurvedik Upchar or Gharelu ilaj – Hindi – jaane.in के बारे में पढेंगे.
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Hichki Kyu Atin Hain ?
ङायफ्रॅाम के बार – बार सिकुड़ने पर हिचकी आती है जिसके वजह से फेफड़ो में तेजी से हवा भरती हे ऐसा जोर-जोर से हसने से, चटपटा खाना खाने से, जल्दी जल्दी खाने से, या पेट फूलने से होता है.
डायफ्राम हमारे शरीर का वह भाग है जो पेट को छाती से अलग करता है सास लेने और छोड़ने में मदद करता है हमारे गले से हिचकी की आवाज आती है और कुछ समय बाद ये बंद हो जाती है, कभी ये बहुत बड़ी बीमारी का रूप ले सकती है इसमें हीक की आवाज आती है बार बार हिचकी आना पेट, ह्रदय, लिवर और फेफड़ो से जुडी बीमारीयों का संकेत हो सकता है
हिचकी को हिक्का भी कहते है.
Hichki Aane Ke Kya Karan Hain ?
हिचकी आने के कारण बहुत हो सकते है –
ज्यादा भोजन करने से.
शाराब पीने से.
कार्बोनेटेड युक्त पेय पदार्थ पीने से.
उतेजित होने से भावनात्मक होने से भी हिचकी आने लगती है.
अचानक तापमान में परिवर्तन से भी हिचकी आने लगती है.
लिवर में सुजन से हिचकी आती है, ठंडी जगह पर रहने से.
नींद न आने के कारण|भोजन करते समय बात करने से.
Hichki Aane Par Kiye Jaane Wale gharelu upchar ya ilaj kya Hai ?

हिचकी रोकने के घरेलु उपाय निम्न है –
ठंडे पानी के साथ लहसुन लेना चाहिये धीरे धीरे ठंडा पानी पीये.
अपनी सासों को कुछ समय तक रोक कर रखे जीभ को सख्त रखना पेट में गैस बनने वाले भोजन को नही खाना चाहिये.
नमक को सुघना.
एक गिलास पानी पीना शुगर के साथ पुदीने की पतियों का सेवन करने से.
चाकलेट पाउडर खाने से.
काली मिर्च के सेवन से.
नींबू और शहद के सेवन से.
टमाटर खाने से भी हिचकी बंद हो जाती है.
आवले की चाशनी के सेवन से हिचकी में लाभ मिलता है.
नींबू और शहद को मिलाकर चाट ले.
आवला ,सौट , छोटे पीपर और सर्करा के चूर्ण का सेवन से भे हिचकी नही आती है.
मलाई या मक्खन में थोड़ी से काली मिश्री मिलाकर खाने से भी हिचकी नही आती है.
Hichki Ko Rokne Ke Liye Kya Upay Hai ?
हिचकी रोकने के प्रमुख उपाय निम्न है –
उंगलियों को मुँह में डाले.
अपने घुटनों को छाती तक लाये.
एक चमच पीनट और बटर खाने से हिचकी नही आती है
गीला कपड़ा गर्दन पर रखने से या बर्फ रखने से हिचकी नही आती है.
ध्यान भटकने से भी.
पेपर बैग में सास लेने से भी हिचकी नही आती है.
हिचकी आने पर नींबू चबाने से भी.
एक गिलास ठंडा पीने से भी हिचकी नही आती है.
हिचकी आने पर कान के पीछे रगड़ने से भी हिचकी नही आती है.
विनेगर का भी उपयोग किया जाता है.
ग्रेपजेली भी बहुत उपयोगी है.
Hichki Aane Par Karen Yeh Ayurvedik dawa ?
आयुर्वेदिक में भी बहुत सी विधियो के दवारा हिचकी को कम करने की कोसिस करते है –
शहद के चाटने से हिचकी नही आती.
टमाटर चबाकर खाने से भी हिचकी नही आती है.
गाजर का रस निकालकर सूघने से भी बंद हो जाती है.
एक चमच शकर खाने से भीरुकती है.
हींग को आग में जलाने से तथा धुआ रोगी को देने से भी हिचकी ठीक हो जाती है.
नारियल की जटा को जलाने से तथा उसके भस्म को पानी में डालकर पीने से भी रुकती है.
कालीमिर्च को मुह में रखकर चूसने से भी हिचकी रुक जाती है.
इलायची का चूर्ण बनाकर उसे गर्म पानी में उबाल कर छानकर रोगी को पिलाने से भी हिचकी रुक जाती है लसोड़े के चटनी तीन बार चाटने से हिचकी बंद हो जाती है.
हर्र को गुड के साथ और सोठ के साथ मिलाकर गोली बनाते है जिसे चूसने से हिचकी नही आती है.
Hichki Aane Par Kiye Jane Wale Desi Nuskhe Kya Hain ?
घरलू नुख्से भी बहुत फायेदेमंद होते है –
तुलसी के पतों का रस और सहद एक चमच मिलाकर पीने से भी हिचकी नही आती है.
तुलसी के रस में जायफल घीसने से भी बहुत लाभ मिलता है.
बकरी के दूध के साथ मिलाकर पीने से भी.
सोठ को पानी में गिसकर सुगने से भी हिचकी नही आती है.
आम के गीरे पतों को जलाकर धुआ सूघने से प्याज के रस में सहद मिलकर चाटने से भी हिचकी नही आती है.
सोअफ़ का रस और गुलाबजल को बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से भी.
गुनगुने पानी में नीबू का रस और नमक के साथ पुदीने के पतों के साथ खाने से भी हिचकी को रोका जा सकता है.
सोठ और हर्र को पीसकर चूरन के रूप में पानी के साथ सेवन करते है.
Pregnacy Me Hichkiyan Kyu Aatin Hain ?
गर्भावस्थामें हिचकी आना किसी स्वास्थ्य समस्याया परेसानी का कारण नही है सास फूलने और खानपान में गलत आदतों के के कारण भी आने लगती है. गर्भावस्था के समय हिचकी आने से परेशानी नही होती है ये तो प्राकृतिक रूप से होता है.
गर्भवती को गहरी और अच्छी तरह से सास न लेने या भोजन करने के सही डंग से न करने के कारण भी हिचकी आने लगती है बहुत ही धीमी गति से भोजन करना चाहिये.
गर्भावस्था के समय हिचकी जायदा देखने को मिलती है हवा की मात्रा जायदा होने से माँ को सास लेने में परेशानी हो सकती है गर्भावस्था के दोरान पाचन तंत्र के अंगो में दबाब के कारण गर्भवती महिलाओ में एसीड रेफेलेक्स होना आमबात है इसी कारण हिचकी जायदा आने लगती है.
गर्भावस्था में हिचकी से राहत पाने के उपाय निम्न है-
पानी पीने से,गरारे करने से भी हिचकी में तुरंत राहत मिलती है.
गहरी सास लेने से ,कागज के थेले में सास लेने भी हिचकी आना बंद हो जाती है
नीबू या अदरक को चूसने से भी हिचकी बंद हो जाती है|
हिचकी ज्यादा समय तक आने पर डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिये.
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